अगर आप नौकरी या किसी भी करियर में आगे बढ़ना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले खुद के बारे में आत्म जागरूकता होना जरूरी है। आत्म जागरूकता के बल पर हम अपने कार्य, भावनाओं, विचारों के बारे में अच्छे से जान पाते हैं। अगर आपको अपने बारे में ही जागरूकता नहीं है तो आप किसी भी कार्य में सफल नहीं हो सकते। इसीलिए आज हम आपको बताएंगे ऐसे आसान तरीके जिससे आप अपने Self Awareness को बढ़ा सकते हैं तो आइए जानते हैं वह क्या तरीके है:-
Introspection
आत्म जागरूकता हासिल करने के लिए Introspection यानी कि आत्म निरीक्षण काफी जरूरी होता है। आत्म निरीक्षण के ज़रिए आप जान सकते हैं कि आपके विचार क्या है? आप किन बातों से सहमत हैं, किन बातों से सहमत नहीं हैं। आपके लिए क्या सही है तथा आपके लिए क्या गलत है। Introspection के बलबूते आप खुद को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं इसीलिए आत्म निरीक्षण करना जरूरी है।
Strength And Weaknesses
खुद को जानने का सबसे अच्छा तरीका है अपनी ताकत और कमजोरियों के बारे में जानना। आप किन चीजों में काफी अच्छे हैं तथा कौन–सी चीजों में आप कमजोर हैं। यह जानने से आप उन चीजों में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं जिनमें आप अच्छे हैं तथा अपनी Weakness पर काम करके आप उन्हें दूर कर सकते हैं। जब आप अपनी ताकत और कमजोरियों को समझ जाते हैं तब आप अपनी क्षमताओं के बारे में भी जान पाते हैं जिससे आप निश्चित सीमाओं के अंतर्गत अपनी क्षमता को बेहतर करके विकसित कर सकते हैं। आप अपनी कमजोरियों को दूर करके हर क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकते हैं।
Self analysis
आत्म निरीक्षण के साथ आत्म विकास भी काफी जरूरी होता है। आप लगातार खुद को लेकर यह Analysis करते रहिए कि आप आखिर क्या करना चाहते हैं? आप कौन हैं?, आपकी विचार प्रक्रिया व आपकी पसंद नापसंद क्या है। सेल्फ एनालिसिस से आपको अपनी कमियों को समझने में काफी ज्यादा मदद करती है।
Mind Mapping
Mind Mapping के जरिए आप यह पता कर सकते हैं कि आपके लक्ष्य क्या है तथा उन लक्ष्यों को आप कैसे प्राप्त कर सकते हैं? उन लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए आपको कौन से महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए। किसी भी चीज के बारे में पहले से ही Mind Mapping करने के कई फायदे होते हैं क्योंकि Mind एक बार Mind Mapping करने के बाद आपके भटकने के Chances काफी कम हो जाते हैं तथा आप एक निश्चित राह पर चलते रहते हैं।
Talk About Problems
कई लोग अपनी परेशानियों से भागते हैं तथा अपनी परेशानियों के बारे में दूसरों को नहीं बताते और खुद ही उन परेशानियों का सामना करते रहते हैं। लेकिन आपको अपनी परेशानियों को जानना तथा उन परेशानियों को दूसरों से शेयर करना जरूरी है जिससे आप यह जान सके कि उन परेशानियों का हल करने के कौन–से बेहतर विकल्प मौजूद है। इसके साथ ही आप यह भी पता लगाने की कोशिश करें कि ऐसी कौन–सी चीजें हैं जो आपको आसानी से परेशान करती हैं तथा उन परेशानियों पर विस्फोटक प्रतिक्रिया देने के बजाय आप उनका शांत दिमाग से मुकाबला करें।
Self Talk
खुद को जानने के लिए खुद से बात करना जरूरी है जिस तरह आप अन्य लोगों से बात करके उन लोगों की भावनाओं और विचारों के बारे में जानते हैं, उसी तरह से यदि आप खुद से बात करेंगे तो आप खुद के बारे में और बेहतर समझ विकसित कर पाएंगे। इसीलिए रोजाना कुछ समय निकालकर खुद से बात करें कि आपने कौन–से कार्य सही किए हैं? कौन–से कार्य गलत किए है? कौन–से कार्य आपको किस तरह से करने चाहिए थे। क्या आपकी परेशानियां हैं तथा क्या उनके समाधान है? इन सब के बारे में हमेशा खुद से बात करें।
Self Confidence
अगर आप खुद पर विश्वास रखते हैं तो आप किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं इसीलिए हमेशा खुद की हिम्मत बनाए रखें आप हमेशा यह सोच कर चले कि आपके द्वारा उठाया गया प्रत्येक कदम सही है। हमेशा अपने निर्णयों पर टिके रहे। यही सेल्फ कॉन्फिडेंस की पहचान है।
यह थे Self Awareness बढ़ाने के कुछ तरीके। इसके अलावा हमेशा ध्यान रखें कि आप खुद को सशक्त बनाए। एक चीयरलीडर बनकर या फिर Background में रहकर अपनी भूमिका न निभाए बल्कि लोगों के समक्ष आए तथा खुद को जागरूक बनाएं। अगर आप पीछे रहेंगे तो आप हमेशा के लिए हर क्षेत्र में पीछे पड़ ही जाएंगे। लेकिन यदि आप एक कदम आगे बढ़ाएंगे तो आप सफलता की ओर अग्रसर होंगे इसीलिए हमेशा प्रेरित रहे तथा खुद को उत्साहित करते रहें।
By – Bharti