भारत की अर्थव्यवस्था कृषि क्षेत्र पर निर्भर करती है। भारत में ज्यादातर लोग एक किसान के रूप में कार्य कर रहे हैं। लोगों को लगता है कि Agricultural Field में सिर्फ एक किसान ही बन सकते हैं। लेकिन Agricultural की फील्ड में एक किसान के अलावा बहुत सारे Career Options है। अगर आप इन Career Options के बारे में नहीं जानते तो हमारा यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा। तो आइए आज हम Agriculture के Top Courses के बारे में चर्चा करेंगे। साथ ही हम आपको बताएंगे कि इन Courses को करने के बाद आपके पास नौकरी तथा Salary की कितनी संभावनाएं मौजूद हैं।
1. Agricultural Economist
कृषि के क्षेत्र में कृषि अर्थशास्त्री की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है क्योंकि यह क्षेत्र से जुड़े आर्थिक निर्णयों को लेता है तथा उसे समझ कर उसके जरिए ही सिद्धांतों को लागू किया जाता है। इनका काम होता है आर्थिक रुझानों को खोजना तथा आर्थिक Data का विश्लेषण करना। ज्यादातर कृषि अर्थशास्त्री कार्यालय डाटा की एक श्रृंखला की गणना और विश्लेषण करते हैं जो उम्मीदवार किसी अर्थशास्त्री बनना चाहते हैं। उन्हें सबसे पहले अर्थशास्त्र की Degree हासिल करनी जरूरी है क्योंकि इसमें आपको मजबूत गणित की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही आपको यह पता होना चाहिए कि डाटा का विश्लेषण और व्याख्या कैसे करना है।
2. Farm Manager
एक Farm Manager निर्णय लेता है। इसके लिए यह फॉर्म का संचालन की जांच कर करता है तथा budget के मानदंडों का भी ध्यान रखता है। एक Farm मैनेजर का काम होता है कृषि से संबंधित उपकरणों का रखरखाव, मरम्मत और उनकी व्यवस्था करना। एक Farm मैनेजर बनने के लिए जरूरी है कि आपके पास खेती का अनुभव और तकनीकी जानकारी हो।
3. Agricultural Engineer
एक Agricultural Engineer का काम होता है। ऐसे तकनीक और उपकरणों का उपयोग करना जिससे कृषि क्षेत्र को और भी बेहतर बना सके। इसके लिए Agricultural इंजीनियर computer-aided technology (CAD) का इस्तेमाल करता है। इसके अलावा Agricultural इंजीनियर का काम होता है किसानों को भूमि संबंधित सलाह देना तथा फसलों और पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करना। ऐसे में Agricultural इंजीनियर बनने के लिए आपको गणित, विज्ञान, Problem Solving के साथ Creative होना जरूरी है। लेकिन इन सब के साथ अगर आप में Communication Skills ना हो तो आप कुछ भी नहीं कर सकते। इसीलिए आप अपने ज्ञान को संवाद के जरिए बताने में सक्षम होने चाहिए।
4. Soil And Plant Scientist
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है। इस Soil And Plant Scientist का मतलब है वह व्यक्ति जो की मिट्टी तथा पौधों की जांच करता है। इस जांच के जरिए वह यह आकलन लगाते हैं कि कैसे पौधों की वृद्धि प्रभावित होती है। वे फसलों के वैकल्पिक तरीके कितने प्रभावी हैं, मिट्टी की जांच कर करके पता लगाते हैं कि मिट्टी में कौन सी कमियां हैं। साथ ही मिट्टी को अधिक उपजाऊ कैसे बनाया जाए। एक सॉइल एंड प्लांट साइंटिस्ट किसानों को यह बताता है कि उनकी मिट्टी के अनुरूप कौन सा फसल उनके लिए उपयुक्त रहेगा।
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5. Conservation Planner
कंजर्वेशन प्लानर का काम होता है भूमि के पर्यावरण और पारिस्थितिक मूल्यों का निर्धारण करना। कंजर्वेशन प्लानर का काम होता है। दैनिक कार्यों की रिपोर्ट तैयार करना, बजट बनाना तथा पर्यावरणीय मुद्दों को पहचानना, उनका विश्लेषण करना और पर्यावरण प्रबंधन को बढ़ावा देना।
6. Agricultural Salesperson
Agricultural Salesperson का काम होता है किसानों को मशीनरी, पशु, चारा, उर्वरक बीज आदि की बिक्री करना। यह उत्पाद के एक्सपर्ट होते हैं तथा किसानों को उत्पादों के बारे में सलाह देते हैं। इसके साथ ही Agricultural सेल्स पर्सन किसानों कि विशेषताओं के बारे में गौर से सुनते हैं तथा उन्हीं आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नए-नए तरह के उत्पाद बनाते हैं और उनकी बिक्री करते हैं। अगर आप सेल्स और मार्केटिंग के क्षेत्र में Interested हैं तो क्यों ना आप कृषि से संबंधित सेल्स में करियर बनाएं।
7. Commercial horticulturist
कमर्शियल हॉर्टिकल्चरिस्ट पौधों के बढ़ने, उनकी कटाई, Packaging, वितरण, बिक्री इन सभी चरणों की Monitoring करते हैं। इसके साथ ही यह कर्मचारियों की देखरेख करते हैं तथा उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। एक कमर्शियल हॉर्टिकल्चरिस्ट का काम होता है। उत्पादों की मार्केटिंग, खरीदारी करना तथा उत्पादों को बेचने में मदद करना। एक कमर्शियल हॉर्टिकल्चरिस्ट बनने के लिए आपको प्रबंधन यानी कि मैनेजमेंट स्किल्स होनी चाहिए। साथ ही आपने Communication Skills होना अनिवार्य है।
By – Bharti